किसी भी शिशु के जन्म लेते ही घर में खुशी का माहौल छा जाता है । चारों तरफ बच्चे की किलकारी गूँजने लगती है । अचानक से जैसे पूरे घर की रौनक ही बदल जाती है । शिशु के माता-पिता तो जैसे अपने बच्चे में ही व्यस्त हो जाते हैं । लेकिन इस व्यस्तता में भी हमें यह ध्यान रखने की अत्यंत आवश्यकता है कि हमारे बच्चे की नींद सही से पूरी हो रही है या नहीं । बच्चे को माँ के गर्भ में जिस तरह सोने की आदत होती है वह बाहर भी वही वातावरण चाहता है । वह उसी आराम की उम्मीद बाहर की दुनिया में करता है । उसे वह आराम नहीं मिलता है तो वह रोकर अपनी सबसे करीबी माँ को बताने की कोशिश करता है । चूँकि माँ को अनुभव नहीं होता है इसलिए वह शुरू में अपने बच्चे के रोने का कारण समझ नहीं पाती है । Newborn baby रात भर ठीक से नहीं सोने के कारण रोते रहता है । आपके इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए मैं लेकर आई हूँ – 7 Tips to make newborn baby sleep |Hindi| नवजात शिशु को सुलाने के 7 उपाय जिसका पालन करने से नए माता-पिता का जीवन सरल हो जाएगा ।
सबसे पहले तो आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि 0-3 महीने के newborn baby को रात में कितनी देर सोना चाहिए । 0-3 महीने के शिशुओं को ज्यादा से ज्यादा 16 घंटे जरूर सोना चाहिए । नवजात शिशु हर दो घंटे पर फ़ीडिंग के लिए उठते हैं । यदि शिशु ना उठे तो उसे उठा कर फीडिंग जरूर कराना चाहिए । इसके बाद उसे तुरंत सुला देना चाहिए ।

यदि आपका शिशु ठीक से ना सोए तो वह काफी रोता है और चिड़चिड़ा भी हो जाता है । छोटे बच्चे अपनी समस्याओं को बता नहीं सकते हैं । इसीलिए वह रोकर अपनी बातों को बताने की कोशिश करते हैं । ऐसे में उन्हें बड़॓ प्यार से देखभाल की जरूरत होती है । अब बात करते हैं 7 Tips to make newborn baby sleep |Hindi| नवजात शिशु को सुलाने के 7 उपाय –
सबसे पहले तो जिस समय आपको अपने शिशु को सुलाना है उसका एक रोज का समय जरूर निर्धारित कर लीजिए । उस समय को बदलिए नहीं । हर दिन सोने का समय बदलने से शिशु भ्रमित हो जाएगा कि उसे सोना कब है । इसलिए समय निर्धारित करना अत्यंत आवश्यक है ।
सुलाने से पहले माँ को चाहिए कि अपने शिशु को बड़॓ ही प्यार से आरामदेह मालिश दे । इससे शिशु के बदन में दर्द भी रहा तो मालिश से दूर हो जाएगा । उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से उसे स्पंज बाथ दें । इससे आपके शिशु को आराम महसूस होगा और उसे अच्छी नींद आएगी ।
यदि सर्दी का मौसम है तो उसे हल्के गरम कपड़॓ पहना कर सुलाएँ और यदि गर्मी का मौसम है तो उसे हल्के आरामदेह कपड़॓ पहना कर सुलाएँ । बच्चे को किसी भी मौसम में अतिरिक्त टाइट (तंग) कपड़॓ ना पहनाएँ जिससे उसे तकलीफ हो । मौसम के अनुकूल आरामदेह कपड़॓ पहना कर सुलाने की कोशिश करें ।
सोने का वातावरण अनुकूल होना चाहिए । उसे उसके ही कमरे में सुलाएँ । इधर – उधर ना सुलाएँ । उसे बचपन से ही पता होना चाहिए कि उसे उसके ही कमरे में सोना है । उसे उसके कमरे में ले जाते ही धीरे-धीरे उसे यह समझ आ जाएगा कि अब उसके सोने का समय हो चुका है । सुलाने के समय कमरे में अंधेरा होना बहुत ज़रूरी है । इससे शिशु को नींद जल्दी और अच्छी आएगी । यदि रात में उसकी नींद खुल भी जाए तो रोशनी ना करें नहीं तो बच्चा जग जाएगा और सो नहीं पाएगा ।
आप उसे लोरी गाकर या पालने में रखकर झुलाते हुए सुला सकते हैं । एक ही कमरे में गोद में लेकर घूम- घूम कर भी सुला सकते हैं । लेकिन इस बात का भी ध्यान दें जब शिशु को नींद आने लगे तो उसे तुरंत उसके बिस्तर पर सुला दें वर्ना उसे गोद की आदत लग जाएगी और जब भी आप उससे दूर जाएँगी वह उठ जाएगा ।
आपके शिशु को सुलाने के समय रोज एक ही कमरे का इस्तमाल करें जिससे रात में जब आप उसे उस कमरे तक ले जाएँ उसे धीरे-धीरे यह आभास होने लगे कि अब मुझे सोना है ।
शुरू में जब आप अपने शिशु का नियमित कार्यक्रम बनाएँगी हो सकता है वह उस नियमित कार्यक्रम में ना ढले। लेकिन आप इससे घबराएँ नहीं, उस नियमित कार्यक्रम का रोज़ पालन करें । आपका शिशु भी अपने नियमित कार्यक्रम को समझ जाएगा तथा उसके अनुसार ढल जाएगा ।

उपर्युक्त 7 Tips to make newborn baby sleep |Hindi| नवजात शिशु को सुलाने के 7 उपाय नियमों का पालन करने में एक बात अत्यंत आवश्यक है धीरज । जब तक आपमें धीरज नहीं होगा आप अपने शिशु का रूटिन नहीं निर्धारित कर सकते । हो सकता है शुरू में आपको तकलीफ हो लेकिन धीरे-धीरे आपका जीवन सुखमय होते जाएगा ।
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