माता – पिता अपने शिशु के जन्म के बाद से ही उनके अंदर होने वाले हर बदलाव को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं । शिशु का दाँत निकलना भी उनके जीवन का एक अभिन्न अंग है । इस समय शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास हो रहा होता है । अचानक से उनके स्वभाव में बदलाव होने लगता है । छोटे से शिशु बोल नहीं पाने के कारण रोते रहते हैं । उनके माता-पिता को भी समझ नहीं आता है कि उनके बच्चे में अचानक से यह बदलाव कैसे । कुछ बच्चे बहुत चिड़चिड़॓ हो जाते हैं । उन्हें किसी भी चीज में मन नहीं लगता है । अचानक से खाना बंद कर देते हैं । इस वजह से उनका स्वास्थ्य भी गिर जाता है । आपके इन्हीं परेशानियों जैसे Teething issues in babies| बच्चों में दाँत आने की समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ आसान और घरेलू उपचार मैं आपके सामने प्रस्तुत करूँगी । लेकिन उसके पहले आपको दाँत निकलने की पूरी प्रक्रिया जानना बहुत जरूरी है ।
बच्चों में जो पहला दाँत निकलता है उसे दूध का दाँत कहते हैं । इस प्रक्रिया की शुरूआत 6 – 8 महीने का होता है । 3 वर्ष तक बच्चों के कुल 20 दाँत निकल जाते हैं । किसी – किसी babies में यह प्रक्रिया 3 महीने से ही शुरू हो जाती है लेकिन इसमें परेशानी वाली कोई बात नहीं है । प्रत्येक बच्चा अलग होता है । हर बच्चे का शरीर अलग होता है ।
बच्चों के जब दाँत निकलते हैं तो उनके मसूड़॓ फूल जाते हैं और लाल भी हो जाते हैं । इस वजह से उन्हें मसूड़॓ में काफी जलन होती है । मसूड़ा जब फूलना शुरू होता है उसके पाँचवे या छठे दिन के बाद दाँत फटकर बाहर आ जाते हैं । यह पूरी प्रक्रिया 1 से 10 दिन का होता है ।
कैसे पता चले कि बच्चे का दाँत निकलने वाला है –
- उन्हें हर चीज अपने मुँह में डालने की इच्छा होती है ।
- वह अपनी ऊँगलियों को हर समय अपने मुँह में डालते रहते हैं तथा किसी भी चीज को वह अपने मुँह में डालने की कोशिश करते हैं ।
- बिना किसी बात के बच्चे रोते रहते हैं ।
- बच्चे के मुँह से हर समय लार टपकते रहता है ।
- मसूड़॓ में सूजन आ जाती है ।
- अचानक से बच्चे का स्वास्थ्य गिर जाता है । बच्चा सुस्थ पड़ जाता है ।
- बच्चे को किसी भी चीज में रूचि नहीं होती है । वह चिड़चिड़ा – सा वर्ताव करने लगता है ।
- सोने में मुश्किल होती है ।
- बच्चे के शरीर के तापमान में हल्का सा बदलाव आ जाता है ।
- बच्चे की भूख अचानक से चली जाती है ।
- कुछ बच्चे अचानक से शरारती हो जाते हैं । उधम मचाने लगते हैं ।
- कान खींचना ।
Teething issues in babies| बच्चों में दाँत आने की समस्याओं से उभरने के कुछ उपाय –
- जब बच्चे के दाँत में जलन हो तो अपनी ऊँगलियों को अच्छी तरह से साफ करके उनके मसूड़॓ को हल्के से दबाने से उन्हें काफी राहत मिलती है । आप किसी साफ कपड़॓ से भी यह प्रक्रिया कर सकते हैं ।
- गाजर, मूली या चुकंदर को फ्रिज में हल्का ठंडा करके बच्चे के हाथ में दे सकते हैं जिससे वह उसे चबाए और उसे राहत मिले ।
- टीथर्स से भी बच्चे को आराम मिलता है । लेकिन इसका प्रयोग अपने बच्चे के डॉक्टर से पूछ कर सही टीथर ही ले आएँ ।
- बच्चे का ध्यान अन्य चीजों में लगाने की कोशिश करें । उसके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएँ । उसके साथ खेलें तथा उसका पूरा ध्यान दें ।
- बच्चे को हल्का ठंडा खाना दें । गरम खाने से उसे और तकलीफ होगी ।
- साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें ।
उपर्युक्त इन बातों का ध्यान देने से नए माता – पिता का जीवन आसान हो जाएगा और आप अपने बच्चे की देखभाल सही तरीके से कर पाएँगे । अत: जो Teething issues in babies| बच्चों में दाँत आने की समस्याएँ हैं वह भी दूर हो जाएंगी । कुछ कल्पित कथाएँ भी आपको सुनने को मिलेंगी । जैसे दाँत निकलने के समय बच्चे को दस्त हो जाता है । आपको यह बता दूं दस्त दाँत निकलने की वजह से नहीं होता है बल्कि इस वजह से होता है क्योंकि इस समय आपके बच्चों के दाँतों में जलन होती है और उसे शांत करने के लिए बच्चे हर चीज मुँह में डालते हैं और इसी वजह से उनके पेट में गंदगी के जाने के कारण दस्त वगैरा हो जाता है । इस दौरान बच्चों के मुँह से लार टपकता है और काफी लार अंदर उसके पेट में भी जाता है और इसी वजह से भी गंदगी उसके पेट में जाती है और बच्चा बीमार पड़ जाता है । इन सब बातों में ध्यान ना दें और जो आपके डॉक्टर कहते हैं उनका ध्यान दें । आपके बच्चे की यह पूरी प्रक्रिया बहुत ही अच्छी तरह से बीत जाएगी ।
आपको मेरा लेख Teething issues in babies| बच्चों में दाँत आने की समस्याएँ कैसा लगा कृपया कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएँ । इसके साथ ही आप यदि कोई सुझाव देना चाहते हैं तो वह भी दे सकते हैं ।
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